ब्रह्माकुमारीज़ के भोडाक़लां स्थित ओम् शान्ति रिट्रीट सेन्टर में संस्था के वरिष्ठ सदस्यों के सम्मान में अभिनन्दन पर्व का आयोजन हुआ। ब्रह्मा बाबा के समय से संस्था से जुड़े ८० से अधिक सदस्यों का शोभा यात्रा के माध्यम से बड़े ही धूमधाम से स्वागत किया गया। अपनी त्याग-तपस्या और सेवा के बल से संस्था को आज इस ऊँचाई पर ले जाने में इन महान आत्माओं का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में सभी के सम्मान में अभिनन्दन पत्र तैयार किये गये। कार्यक्रम का प्रारम्भ शंखनाद के द्वारा हुआ। कार्यक्रम में ओ.आर.सी की निदेशिका आशा दीदी ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि ऐसी महान विभूतियों का सहयोग एक ऐसे समय पर रहा, जब संस्था अपने प्रारंभिक दौर में थी। उन्होंने कहा कि इन्होंने अपने तन-मन-धन से जो सहयोग दिया, उसने एक आधार का कार्य किया।
ब्रह्माकुमारीज़ के अतिरिक्त महासचिव बी.के.बृजमोहन ने कहा कि ब्रह्मा बाबा से जो भी मिला, उसके जीवन में उनके व्यक्तित्व की एक अमिट छाप पड़ी। उन्होंने कहा कि बाबा हमेशा निन्दा करने वाले को भी गले लगाते थे। उन्होंने कहा कि उन दिनों की याद से आज भी आँखों में प्रेम के आँसू निकल आते हैं।
दिल्ली हरिनगर सेवाकेन्द्र प्रभारी शुक्ला दीदी ने कहा कि बाबा केवल शिक्षा ही नहीं देते थे बल्कि हर कार्य पहले करके दिखाते थे। उन्होंने कहा कि बाबा का जीवन सदैव ही मेरे लिए एक प्रेरणा स्रोत रहा है। कार्यक्रम में बी.के.गीता, बी.के.चक्रधारी, बी.के.विमला, बी.के.जयप्रकाश, बी.के.विद्या सागर, बी.के.शिव कुमार एवं संस्था के अन्य अनेक वरिष्ठ सदस्यों ने ब्रह्मा बाबा के समय के अपने अनुभवों को साझा किया।
कार्यक्रम में गीत, संगीत, कविता एवं नृत्य नाटिका के माध्यम से भी सभी का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक बी.के.युगरतन और बी.के.जय गोपाल ने अपनी गायकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य नाटिका के माध्यम से आज से ५० से ६० वर्ष पहले के समय को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन बी.के.उर्मिल, बी.के.मधु, बी.के.दिव्या एवं बी.के.येशु ने किया। कार्यक्रम में १००० से भी अधिक लोगों ने शिरकत की।